दुनियाक संतृप्त करऽ केँ लेल शिष्याक बहुगणित करब।
हमर पीढ़ी मे
ज़ूमे प्रशिक्षण केँ पाछुँक दर्शन
हमर मुख्य रणनीति
पवित्रता, प्रार्थना, प्रशिक्षण, संतृप्ति, मंडली संतृप्ति
पवित्रता, आज्ञाकारिता और प्रेम
हमारे शिष्योक बहुगणित करऽ केँ आवश्यकता अछि
यीशु हमर मापदंड अछि।
"अहाँ नहि ।हम नहि। इतिहास नहि केओ आदर्श नहि ।केओ अनुष्ठान नहि । यीशु आ केवल यीशु।"
"ई केना जीयत । ई कि कहलथिन।ई केना प्रेम केलथिन।सभ किछु।एकरा मे, यीशुक सभ सेँ करीबी मौलिक, अमूल्य आज्ञाकारी उ नायक केँ समान अछि जेँ हमरो सेँआगा ओकर विश्वास मे आइल। "
यीशु हमर लेल मापदंड अछि और हुनकर आत्मा हमर केल हुनकर जेना बनैकेँ आशा अछि ।और एक दिन हम स्वर्ग राज्य केँ फलक अपन लग पास देखब और इ एय द्वारा होयत किएक हुनकर आत्मा हमरा मे सँ गुजर कऽ गेल अछि।
असाधारण प्रार्थना
इतिहास मे असाधारण प्रार्थना शिष्य बनवाक गति(आंदोलन)कऽ आगु बढ़ौनै अछि।
"अहाँ केँ एयल नहि भेटैयो, किएक तँ अहाँ माँगैत नहि छैक मँगैत(याकुब 4:2)जँ केओ आंदोलन देखैला चाहेत अछि,तेँ ओकरा लेल हमरा माँगैबाक पड़त ।"
प्रशिक्षण संतप्ति
(प्रशिक्षण आ f 7, जनसंख्या)
1 प्रशिक्षण
प्रत्येक 5,000 लोकक केँलेल - संयुक्त राज्य अमेरिका
प्रत्येक 50,000 लोकक केँ लेल (वैश्रिक)
"शिष्यक केँ बहुगुणित करऽ केँ योजना वचन सँ संबंध अछि मुदा ई गप हरदम बिसरा देल जाइत अछि। बहुगणित करे केँ सिद्धांतो मे एक सरल प्रशिक्षण नीक विश्वासियक निष्फल जीवन केँ खोल दैत अछि।"
लाइव प्रशिक्षण अकसर सर्वोत्तम होइत अछि। मुदा जे लोक कऽ प्रशिक्षण करे केँ आवश्यक अछि,उ बहुत हद तक ईउ लाइव प्रशिक्षण सेँ परे अछि।ज़ूमे प्रशिक्षण एक ऑनलाइन जीवन्त प्रशिक्षण अति जेकर मागँ अछि,ई हुनकर समुह केँ लेल जिनका मिसाल बहुगणित होवे वाला प्रशिक्षण केँ रूप मे देलिन जा सकैत अछि।
हमरा संदेह अछि, विशेष रूप सँ उ जगह पर जोतऽ आगुँ सँ मंडली अछि एकरा सेँ पहिले शिष्य बनावै केँ प्रक्रिया शुरुआत करी,हमर प्रशिक्षणक प्रक्रिया कऽ शुरुआत करे केँ आवश्यक अछि।
आसान मंडली- परिपूर्णता
2 आसान मंडली -जनसंख्या
2 आसान मंडली
प्रत्येक 5,000 लोकक केँलेल - संयुक्त राज्य अमेरिका
प्रत्येक 50,000 लोकक केँ लेल (वैश्रिक)
एकटा जगह पर केओ मंडली होवाक एक आशिष अति। ओर एहन जगह पर जोतऽ केओ मंडली नहि अछि एहन जगह पर मंडलियों क जावाक सभ सेँ पैघ आशिष अछि।
"जेना कि कहावत अछि, ""अपन विश्वास कऽ योजना बनाउ,पर अपन योजना पर विश्वास नहि करह ""। हम इ जानैत छैक कि पिता परमेश्वर इ चाहेत अछि कि हरेक जीभ ,गोत्र आ राष्ट्र मे विश्वासियोंक परिवार रहताह ।उ हमरा अपन सहयता करऽवला होवे केँ लेल आमंत्रित कयनै छि ।तँ हमर दुटा लक्ष्य 1. प्रशिक्षण आ 2 मंडली हमर विश्वास मे हुनका पर आवै अछि जे हिनकर पूरा कऽ सकैत अछि।"